सदर अस्पताल में चार माह से ब्लड और यूरिन की जांच नहीं होने से मरीज परेशान
कटिहार/ सदर अस्पताल में इलाज कराने के लिए जिले के 16 प्रखंडों से मरीज आते हैं लेकिन इन दिनों यहां ओपीडी में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल पा रही है। रोगियों को कभी चिकित्सकों के नहीं रहने से तो कभी जांच की सुविधा नहीं रहने से निजी क्लीनिक या जांच घर में जाना पड़ रहा है।
पिछले चार माह से रूटिन यूरिन और ब्लड ग्रुप की जांच की व्यवस्था नहीं रहने से रोगियों के साथ विभिन्न विभाग में नौकरी प्राप्त करने के लिए ब्लड ग्रुप की जांच कराने वाले अभ्यर्थियों को परेशानी हो रही है। इस संबंध में रोगियों द्वारा शिकायत भी की जाती है लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यूरिन इंफेक्शन के हर दिन आ रहे 45 मरीज : चिकित्सक पदाधिकारी डॉ. एसडी विंकर ने बताया कि ओपीडी में रोगियों की संख्या में बढ़ोतरी ही हो रही है। मेडिसीन विभाग में हर दिन 150 से 200 रोगी इलाज कराने पहुंचते हैं। इसमें45 से अधिक रोगी यूरिन इंफेक्शन के होते हैं।
कब और कितने पहुंचे रोगी: 23 अगस्त को मेडिसिन में 75, सर्जिकल में 67, महिला ओपीडी में 71, स्कीन में 44, शिशु में 41, दांत दिखने के लिए 19 और इएनटी के 42 रोगी, 24 अगस्त को 167 सर्दी-खांसी, बुखार, इंफेक्शन के 167 रोगी, सर्जिकल के 80, महिला ओपीडी में 73, स्कीन में 49, शिशु ओपीडी में 41, दांत के 29 रोगी, और इएनटी के 67 रोगी, 25 अगस्त को 84 मेडिसीन के, 129 सर्जिकल के, 83 के महिला रोगी, 47 स्कीन रोगी, 30 शिशु रोगी, 25 दंात के रोगी और 50 इएनटी रोगी, 26 अगस्त को 132 मेडिसीन, 96 सर्जिकल, 50 महिला रोगी और 27 व 29 अगस्त को करीब एक हजार से अधिक रोगियों ने ओपीडी में इलाज कराया।
ओपीडी में इलाज कराने के लिए आये चंद्रमा चौक के प्रसादी साह, गौशाला के बेबी, शीला देवी, उत्पल चक्रवर्ती, चापी के मो.शादीकुल आदि ने बताया कि चिकित्सक के नहीं रहने से दूसरे ओपीडी में इलाज कराया। एक्स-रे जांच कराई लेकिन रिपोर्ट समय पर नहीं मिली। ब्लड ग्रुप और यूरिन जांच नहीं रहने से बाहर से जांच कराने को विवश हैं।